Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi PDF – गणेश जी की आरती

Ganesh Ji Ki Aarti – गणेश जी की आरती हिन्दू धर्म की एक महत्वपूर्ण परंपरा है। यह एक प्रेमभरा प्रार्थना है जो भगवान गणेश को समर्पित की जाती है। गणेश जी की आरती, हिन्दू संस्कृति में गणेश चतुर्थी एक खास स्थान रखती है और यह गणेश जी की आराधना का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

यह वो तरीका है जिससे हम विघ्नों को दूर करने वाले भगवान गणेश जी , के प्रति कृतज्ञता और आशीर्वाद मांग सकते हैं।

गणेश जी की आरती श्रद्धापूर्वक करने से हम उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में आने वाली बधाओ को दूर कर सकते है। इस अभिवादन की आदिकाल से आज तक की कहानी है, जो हमारे धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

इस पोस्ट में, हम जानेंगे कि गणेश जी की आरती कैसे करते हैं। चलिए इस आध्यात्मिक यात्रा पर निकलें और इस पवित्र प्रथा के महत्व को जाने। इस पोस्ट के अंत मे आपको Ganesh ji ki aarti की पुस्तक मिलेंगे जो की पीडीएफ़ फॉर्मैट में है। आप चाहे तो उसे डाउनलोड करके अपने पास रख सकते है।

Reciting Shri Ganesh Ji Ki Aarti In Hindi – गणेश जी की आरती हिंदी में पढ़े

श्री गणेश आरती

जय गणेश जय गणेश | जय गणेश देवा ||

माता जाकी पार्वती | पिता महादेवा || २ ||

एक दंत दयावंत | चार भुजा धारी ||

माथे सिंदूर सोहे | मूसे की सवारी || ४ ||

जय गणेश जय गणेश | जय गणेश देवा ||

माता जाकी पार्वती | पिता महादेवा || ६ ||

पान चढ़े फल चढ़े | और चढ़े मेवा ||

लड्डुअन का भोग लगे | संत करें सेवा || ८ ||

जय गणेश जय गणेश | जय गणेश देवा ||

माता जाकी पार्वती | पिता महादेवा || १० ||

अंधन को आंख देत | कोढ़िन को काया ||

बांझन को पुत्र देत | निर्धन को माया || १२ ||

जय गणेश जय गणेश | जय गणेश देवा ||

माता जाकी पार्वती | पिता महादेवा || १४ ||

‘सूर’ श्याम शरण आए | सफल कीजे सेवा ||

माता जाकी पार्वती | पिता महादेवा || १६ ||

जय गणेश जय गणेश | जय गणेश देवा ||

माता जाकी पार्वती | पिता महादेवा || १८ ||

दीनन की लाज रखो | शंभु सुतकारी ||

कामना को पूर्ण करो | जाऊं बलिहारी || २० ||

जय गणेश जय गणेश | जय गणेश देवा ||

माता जाकी पार्वती | पिता महादेवा || २२ ||

समाप्त

How to do Ganesh Ji Ki Aarti Correct Way – गणेश जी की आरती सही तरीके से कैसे करें

○ प्रारंभ करने से पहले, आरती करने के लिए पूजा सामग्री की तैयारी करें। इसमें दीपक, अगरबत्ती, सुपारी, इलायची, गुड़, घी, दूध, फूल, और मिश्रित फल शामिल कर सकते हैं।

○ आरती करने के लिए पूजा स्थल या मंदिर को गंगाजल से साफ करे। उसके बाद मंडप को सजाकर तैयार करें। सजावट में विशेष ध्यान दें और धार्मिक चिन्हों और चित्रों का उपयोग करें।

○ ऐसे में गणेश चतुर्थी के पहले बुधवार के दिन अपने परिवार के साथ पूजा करे, उसके बाद Shri Ganesh ji ki aarti करे और आरती करते समय इस आरती श्लोक गा सकते है।

○ सबसे पहले शुद्धि के लिए स्नान कर ले और साफ कपड़े पहन ले। तीन बार शंख बजाके आरती शुरू करे।

○ पूजा शुरू करने से पहले दीपक ओर अगरबत्ती जलाएं और मंत्रों का जाप करते हुए आरती करें ।  आरती करने के लिए कपुर की उपयोग करे।

○ आरती के पाठ के दौरान, आरती की थाली को गणेश जी की मूर्ति के चारों ओर घुमाएं । यह आरती गाने में भक्ति और श्रद्धा की भावना को साकार करती है।

Shri Ganesh Aarti Lyrics in English – श्री गणेश आरती अंग्रेजी में पढ़े।

Shri Ganesh Aarti

Jai Ganesh Jai Ganesh | Jai Ganesh Deva ||

Mata Jaki Parwati | Pita Maha Deva || 2 ||

Ek Dant Daya Want | Char Bhuuja Dhari ||

Mathe Sindor Shoye | Muse Ki Sawari || 4 ||

Jai Ganesh Jai Ganesh | Jai Ganesh Deva ||

Mata Jaki Parwati | Pita Maha Deva || 6 ||

Pan Chadhe Phool Chadhe | Aur Chadhe Mewa ||

Laduan Ko Bhog Lage | Sant Kare Sewa || 8 ||

Jai Ganesh Jai Ganesh | Jai Ganesh Deva ||

Mata Jaki Parwati | Pita Maha Deva || 10 ||

Andhan Ko Aankh Det | Kodhin Ko Kaya ||

Bajhan Ko Purta Det | Nirdhan Ko Maya || 12 ||

Jai Ganesh Jai Ganesh | Jai Ganesh Deva ||

Mata Jaki Parwati | Pita Maha Deva || 14 ||

‘sur’ Shaam Sharan Aaye | Safal Ki Jiye Sewa ||

Mata Jaki Parwati | Pita Maha Deva || 16 ||

Jai Ganesh Jai Ganesh | Jai Ganesh Deva ||

Mata Jaki Parwati | Pita Maha Deva || 18 ||

Deenan Ki Laaj Rakho | Shambhu Sutakari ||

Kamana Ko Poorn Karo | Jaoon Balihari || 20 ||

Jai Ganesh Jai Ganesh | Jai Ganesh Deva ||

Mata Jaki Parwati | Pita Maha Deva || 22 ||

Benefits of Jai Ganesh Aarti Lyrics – श्री गणेश आरती करने के लाभ

नियमित रूप से भगवान गणेश जी की आरती से संसार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

Ganesh ji ki aarti करने से हर तरह के बाधाओं ओर विघ्नों से छुटकारा मिलता है।

आप भक्ति ओर श्रद्धा के साथ गणेश जी की आरती करते है, तो आपके घर में धन की कमी कभी नहीं होगी । किउकी गणेश जी की आरती करने से माँ लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है।

श्री गणेश जी कृपा से आपके हर सुबह काम सफल हो सकता है। इसके लिए घर में गणेश चतुर्थी के समय गणेश जी पूजा अर्चना जरूर करे।

अगर नौकरी, व्यापार और कोई भी क्षेत्र मे हो आपको तरक्की और सम्मान मिलने में श्री गणेश जी मदद करते है।

शस्त्रों के अनुसार श्री गणेश जी को विघ्नहर्ता एवं बहुत ही मंगलकारी देबताओ मे से एक माना गया है। नियमित रूप से इस मंत्रो का उच्चारण करने से आपको  सफलता के मार्ग दर्शन में मदद करता है।

Ganesh ji ki aarti करने से घर में शांति ओर परिवार के सबको आनंदित रखने मे ममद करती है। अगर यह मंत्र प्रतिदिन पाठ करे तो जीबन की तनाव , दुखों, और चिंताओं से मुक्ति मिलती है।

शास्त्रों में उल्लेख किया गया है कि भगवान श्री गणेश जी की पूजा करने से बुद्धि में बढ़ोतरी होती है। जो ब्यक्ति बुद्धिमान बनना चाहता है उन्हे गणेश जी की पूजा-अर्चना अवश्य करना चाहिए।

Download Shri Ganesh Ji Ki Aarti PDF In Hindi Lyrics – डाउनलोड श्री गणेश आरती हिंदी पीडीएफ़

Ganesh Ji Ki Aarti

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FAQ About Shri Ganesh Ji Ki Aarti – श्री गणेश आरती के बारे में कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर निम्नलिखित हैं:

  1. श्री गणेश आरती क्या है?
    • गणेश आरती एक हिन्दू धार्मिक पूजा है जिसमें भगवान गणेश जी की प्रार्थना की जाती है। इसमें भक्त गणेश जी के गुण और महत्व का गान करते हैं और उनका आशीर्वाद मांगते हैं।
  2. Ganesh ji ki aarti का उद्देश्य क्या होता है?
    • गणेश आरती का मुख्य उद्देश्य भगवान गणेश के प्रति भक्ति, श्रद्धा, और समर्पण का व्यक्त करना होता है। इसके माध्यम से भक्त गणेश जी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
  3. गणेश आरती कब और कैसे की जाती है?
    • गणेश आरती कई अवसरों पर की जा सकती है, जैसे कि गणेश चतुर्थी, गणेश जी की पूजा, विशेष आरती कार्यक्रमों में, या रोज़ाने की आरती के रूप में। आरती करने के लिए एक थाली प्रयोग की जाती है, जिसमें दीपक, अगरबत्ती, सुपारी, इलायची, गुड़, घी, दूध, फूल, और मिश्रित फल शामिल किए जाते हैं। आरती के पाठ के दौरान, भक्त गणेश जी की मूर्ति के चारों ओर थाली को घुमाते हैं और आरती का गान गाते हैं।
  4. श्री गणेश जी की आरती के क्या फायदे होते हैं?
    • Ganesh ji ki aarti से भक्त को भगवान गणेश के आशीर्वाद मिलते हैं, और विघ्नों से मुक्ति मिलती है । यह आरती भक्ति और श्रद्धा की भावना को साकार करती है और भक्त के जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति लाती है।

ओर भी इसी तरहके धार्मिक मंत्र पाठ करने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करे ।

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