Shri Hari Stotram Lyrics PDF Download – श्री हरि स्तोत्र

Shri Hari Stotram Lyrics – श्री हरि स्तोत्र एक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली मंत्र मन जाता है। श्री हरि स्तोत्र पुराण काल में श्री आचार्य ब्रह्मानंद द्वारा रचना की गयी थी। इस मंत्र द्वारा भगवान श्री विष्णु की उपासना की जाती है। 

श्री हरि स्तोत्र पाठ करने से भगवान श्री विष्णु की आशीर्वाद मिलती है और उसके साथ माता लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है। 

आप अगर बहोत दिनों से कोई पीड़ा से जूझ रहे है तो श्री हरि स्तोत्र पाठ दिन में एकबार जरूर करे।  इससे आपके सारे दुःख दर्द दूर हो सकते है। चलिए इस पोस्ट में Shri Hari Stotram Lyrics को पढ़ते है और उसके लाभ के बारे में जानते है। 

Shri Hari Stotram Lyrics in Hindi – श्री हरि स्तोत्र हिंदी मे

 श्री हरि स्तोत्रम्

जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालं
शरच्चन्द्रभालं महादैत्यकालं |
नभोनीलकायं दुरावारमायं
सुपद्मासहायम् भजेऽहं भजेऽहं ॥

सदाम्भोधिवासं गलत्पुष्पहासं
जगत्सन्निवासं शतादित्यभासं |
गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीतवस्त्रं
हसच्चारुवक्त्रं भजेऽहं भजेऽहं ॥

रमाकण्ठहारं श्रुतिव्रातसारं
जलान्तर्विहारं धराभारहारं |
चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपं
ध्रुतानेकरूपं भजेऽहं भजेऽहं ॥

जराजन्महीनं परानन्दपीनं
समाधानलीनं सदैवानवीनं |
जगज्जन्महेतुं सुरानीककेतुं
त्रिलोकैकसेतुं भजेऽहं भजेऽहं ॥

कृताम्नायगानं खगाधीशयानं
विमुक्तेर्निदानं हरारातिमानं |
स्वभक्तानुकूलं जगद्व्रुक्षमूलं
निरस्तार्तशूलं भजेऽहं भजेऽहं ॥

समस्तामरेशं द्विरेफाभकेशं
जगद्विम्बलेशं ह्रुदाकाशदेशं |
सदा दिव्यदेहं विमुक्ताखिलेहं
सुवैकुण्ठगेहं भजेऽहं भजेऽहं ॥

सुरालिबलिष्ठं त्रिलोकीवरिष्ठं
गुरूणां गरिष्ठं स्वरूपैकनिष्ठं |
सदा युद्धधीरं महावीरवीरं
महाम्भोधितीरं भजेऽहं भजेऽहं ॥

रमावामभागं तलानग्रनागं
कृताधीनयागं गतारागरागं |
मुनीन्द्रैः सुगीतं सुरैः संपरीतं
गुणौधैरतीतं भजेऽहं भजेऽहं ॥

-: फलश्रुति :-


इदं यस्तु नित्यं समाधाय चित्तं
पठेदष्टकं कण्ठहारम् मुरारे: |
स विष्णोर्विशोकं ध्रुवं याति लोकं
जराजन्मशोकं पुनर्विन्दते नो ॥

Shri Hari Stotram Lyrics Benefits of Chanting – श्री हरि स्तोत्र के लाभ

जो भी भक्त दिन में एक बार श्री हरि स्तोत्र का पाठ करते हैं भगवान विष्णु उनके जीवन की सभी कठिनाई को दूर करते हैं। अगर आप भी किसी परेशानी से घिरे हुए हो तो श्री हरि स्तोत्र आप के लिए रामबाण साबित हो सकता है।  

शास्त्रों के अनुसार श्री हरि स्तोत्र को बहुत ही शक्तिशाली माना गया है। श्री हरि स्तोत्र नियमित रूप से पाठ करने पर पीड़ा से मुक्ति मिलती है।  

आप अगर आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं तो Shri Hari Stotram Lyrics का पाठ जरूर करें।  कार्तिक माह में शक्तिशाली श्री हरि स्तोत्र का जाप करें, जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी।

श्री हरि स्तोत्र का जाप करने से व्यक्ति का तनाव दूर होता है। इसके अलावा लोग जप के माध्यम से भी भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

इसे रोजाना पढ़ने से जीवन में आगे बढ़ने की दिशा मिलती है। अगर आप किसी बुरी लत में पड़ जाते हैं और गलत पार्टनर के साथ घूमते हैं तो आपको इससे राहत मिलेगी।

इस Shri Hari Stotram Lyrics का पूरे भक्ति से जाप करने से व्यक्ति बैकुंठ लोक तक पहुंच सकता है।

वह दुःख, शोक और जीवन-मृत्यु के बंधन से मुक्त हो जाता है।

इस पोस्ट के अंत मे Shri Hari Stotram Lyrics PDF फॉर्मैट मे उपलब्ध है। आप चाहे तो डाउनलोड कर सकते है।

Shri Hari Stotram Lyrics in English – श्री हरि स्तोत्र

Jagaj Jaal Palam Kachat Kanth Malam
Sharach Chandra Balam Maha Daitya Kaalam
Nabho Neel Kayam Duravaar Maayam
Supadma Sahayam Bhajeham Bhajeham
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Sadaam Bodhi Vaasam Galat Pushp Haasam
Jagat Sannivasam Shataditya Bhaasam
Gada Chakra Shastram lasatpeet vastram
Hasach Chaaru Vakram Bhajeham Bhajeham
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Rama Kantha Haaram Shruti Vaat Saaram
Jalaantar Vihaaram Dharaa Bhaar Haaram
Chidananda Roopam Manogya Swaroopam
Dhritaanek Roopam Bhajeham Bhajeham
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Jara Janm Heenam Para Nand Peenam
Samadhaan Leenam Sadaiva Naveenam
Jagaj Janm Hetum Suraneek Ketum
Trilokaik Setum Bhajeham Bhajeham
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Kritaam Naaya Gaanam Khaga Dheesh Yaanam
Vikmukter Nidaanam Haraa Raati Maanam
Swa Bhaktanukoolam Jagad Vriskha Moolam
Nirastaart Shoolam Bhajeham Bhajeham
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Samastaam Resham Dvire Phaabh Kesham
Jagad Bimb Lesham Hrida Kaash Desham
Sada Divye Deham Vimukta Khileham
Su Vaikunth Geham Bhajeham Bhajeham
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Surali Balishtam Triloki Varishtam
Gurunnam Garishtam Swaroopaika Nishtam
Sada Yuddh Dheeram Mahaveer veeram
Mahaambhodi Teeram Bhajeham Bhajeham
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Rama Vaam Bhaagam Tala Nagna Naagam
Krita Dheen Yaagam Gata Raga Raagam
Muneendraih Sugeetam Suraih Sampareetam
Gunudhair Teetam Bhajeham Bhajeham
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-: Phalashruti :-

Idam Yastu Nityam Samaadhaya Chittam
Pathed Ashtakam Kanth Haaram Murareh
Sa Vishnor Vishokam Dhruvam Yaatilokam
Jara Janm Shokam Punar Vindate
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Chanting Method of Shri Hari Stotram – श्री हरि स्तोत्र पाठ विधि

>> श्री हरि स्तोत्र पाठ करने के लिए सबसे पहले, प्रात काल उठकर स्नान आदि कर ले और साफ वस्त्र धारण करे। 

>> पूजा करने से पहले पूजा के स्थान और मंदिर को गंगा जल छिड़ककर शुद्ध करे। 

>> पूजा करने के लिए पीला फूल ले और दीप , अगरबत्ती जलाये।  

>> श्री हरि विष्णु भगवान को पूजा करने से पहले श्री गणेश का पूजन अवश्य करे।  

>> पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ श्री हरी स्तोत्र पाठ करें, एक बार जब आप पाठ शुरू करते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप उसे समाप्त करें।

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